Chalo kuch der, yunhi bewajah, ham saath chalte hain.
Thoda bhatko na, jaise kuch parinde ghar bhatakte hain.
चलो कुछ देर, युहीं बेवजह, हम साथ चलते हैं,
थोड़ा भटको ना, जैसे कुछ परिंदे घर भटकते हैं.
chalo na gas par batton ki garam chai rakhte hain.
कोई भी बात अब ऐसी कहाँ, जो हो नई जैसी,
चलो ना गैस पर बातों की गरम चाय रखते हैं.
chalo na sabziyan bankar ek duje ko chakhte hain.
तुम्हारा हाल क्या पूछें, तुम अपना स्वाद बता दो,
चलो ना सब्ज़ियां बनकर एक दूसरे को चखते हैं.
chalo na shikwe shikayat pani se ret pe likhte hain.
तुम्हारी बात की हर एक ख़ुशी पानी जैसी है,
चलो न शिकवे शिकायत पानी से रेत पे लिखते हैं.
agli bar us jagah pe jaake hum bichadte hain.
ज़मीन से जिस जगह पे आसमान मिलता है,
अगली बार उस जगह पे जाके हम बिछड़ते हैं
chalo na langkar panne, hum aakhir me milte hain.
हमारी ज़िन्दगी के कितने ही पैन फालतू हैं यार,
चलो न लांघकर पन्ने, हम आखिर में मिलते हैं.
Written by Unknown
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